समझदार इंसान वो नहीं होता जो ईंट का जवाब पत्थर से देता है, समझदार इंसान वो होता है जो फेंकी हुई र्ईंट से आशियॉं बना लेता है।
अच्छे के साथ अच्छा बनें बुरे के साथ बुरा नहीं क्योंकि हीरे को हीरे से तराशा तो जा सकता है पर कीचड़ से कीचड़ साफ़ नहीं हो सकता है.
खुद को एक सोने के सिक्के जैसा बनाइये, जो कि अगर नाली में भी गिर जाए तो भी उसकी क़ीमत कम नहीं होती है।